Monday, January 29, 2018

Dyslexiगीत

Dyslexiगीत


अक्षर क्यूँ बिगड़ते हैं

क्यूँ मुझसे ये लड़ते हैं

इन्हें पढ़ना ही तो चाहता हूँ

तो इतना क्यूँ अकड़ते हैं 


मोटी मोटी किताबों में 

इनकी सेनाएँ बसती हैं

छंद निबंध व्याकरण लिए

मुझ पर आक्रमण करती हैं

युद्ध में इनसे हारूँ तो

अध्यापक क्यूँ बिगड़ते हैं

क्यूँ मुझसे ये लड़ते हैं


छोटी हो बड़ी हो

आधे पूरे अक्षर हों

भेदभाव मैं करता नहीं

बिन्दू चाँद हलंत मात्रा

क्यूँ इनका स्वर बदलते हैं

क्यूँ कनफ्यूशण करते हैं

क्यूँ मुझसे ये लड़ते हैं


विज्ञान का ज्ञान मुझे है

गणित का गुणबोध मुझे है

गीत संगीत नट नृत्य सभी

मुझसे दोस्ती करते हैं

लेकिन ये दुष्ट अक्षर सब

मेरा जीना दूभर करते हैं

क्यूँ मुझसे ये लड़ते हैं


बड़ा होकर फिर आऊँगा 

और अपनी क़लम घुमाऊँगा

कहानी कविता गीत वाक्य

में सरपट तुम्हें नचाऊँगा

अभी तो बच्चा समझ ये 

सब मेरे सर पे चड़ते हैं

क्यूँ मुझसे ये लड़ते हैं


अक्षर क्यूँ बिगड़ते हैं

क्यूँ मुँझसे ये लड़ते हैं

इन्हें पड़ना ही तो चाहता हूँ

तो इतना क्यूँ अकड़ते हैं 


क्यूँ मुँझसे ये लड़ते हैं

क्यूँ मुँझसे ये लड़ते हैं


  • संजय धवन

October 2017

1 comment:

mks232 said...

Very well written 👌👍